कैसे रुकेगा प्रदूषण | Tackling Pollution

देश की राजधानी दिल्ली और NCR क्षेत्र में साल 2013 से 2017 के बीच एक्यूट रेस्परेटरी इन्फेकशन ARI के चलते 981 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और करीब 17 लाख लोग इस बीमारी के शिकार हुए। विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी और पर्यावरण मंत्रालय से संबद्ध संसदीय समिति की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। इससे पहले 2016 में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की एक रिपोर्ट में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की 20 शहरों की सूची में शामिल था 2013-17 के दौरान श्वसन संबंधी बीमारियों एवं मौतों का जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा मानकों से कई गुना बढ़ गई है। जो स्वास्थ्य के लिये बेहद खतरनाक है।