प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नौ मुख्य स्थानों से गंगा जल के सैंपल लेकर उनकी शुद्धता जांचता था। ऋषिकेश में दो व हरिद्वार में एक और स्थान से गंगा में बहाए जा रहे पानी की शुद्धता जांचेगा।