पर्यावरण संरक्षण को लेकर लापरवाही चरम पर पहुंच चुकी है। शहर के मुख्य तीन चौराहों के नजदीक लगभग छह हजार पेड़ों को काटने के बदले कहां पौधे लगाए जाएंगे, इस बारे में कोई प्ला¨नग नहीं की गई। न ही इस बारे