हर साल चार लाख से ज्यादा शिशुओं की जन्म के चौबीस घंटों के दौरान ही मौत हो जाती है। वहीं लगभग दो लाख बच्चे अपना पांचवा जन्मदिन भी नहीं देख पाते। अंतरराष्ट्रीय एनजीओ सेव द चिल्ड्रन की रिपोर्ट ने भारत