पतित पावनी गंगा को साफ करने के नाम पर केवल कागजी कवायद हो रही है। 25 साल में सफाई के नाम पर शहर में अब तक सात अरब रुपये खर्च हो चुके हैं लेकिन नतीजा गंगा साफ होने के बजाए और दूषित हो गई है। रोज 46

The State Assembly witnessed an uproarious scene as the Opposition members created a ruckus over the pollution in rivers for which the State Government could not issue proper solutions.

IIT-Kanpur director Professor Indranil Manna on Tuesday claimed that institute's was playing a major role in cleaning of Ganga as National Ganga River Basin Authority (NGRBA) is led by institute's

Several women, under the banner of Bharatiya Janta Party Mahila Morcha, on Wednesday, staged a demonstration at zone - 5 office of Jal Sansthan for not supplying adequate potable water in Kanpur So

KANPUR: The municipal corporation is planning to introduce capsules made of fibre to collect garbage.

"We are introducing clean green capsule for collecting the garbage. We had been asked to develop clean green houses so that garbage could not be spread on the roads," municipal commissioner RN Bajpai said. Giving details of capsule, he said that it was made of fibre.

KANPUR: Jal Sansthan will soon take action against those citizens who are disposing off their sewer and waste in open drain.

KANPUR: Short supply of water from lower Ganga canal has worried the officials of Jal Sansthan and they have asked the irrigation department to maintain proper supply, otherwise water scarcity woul

नगर में सालाना बढ़ रहे 22.5 हजार श्वांस रोगी

कानपुर: शहर वासियों ने अपने लिए खुद कांटे बोए हैं और इसका खामियाजा भी भुगत रहे हैं। हर साल 22.5 हजार श्वांस व चेस्ट के रोगी बढ़ रहे हैं। मुरारी लाल चेस्ट हास्पिटल के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर चौधरी कहते हैं कि प्रदूषण की मुख्य वजह जर्जर सड़कें, अतिक्रमण, ट्रैफिक जाम, जरा सी दूरी के लिए वाहन के उपयोग की प्रवृत्ति, धुआं उगलते जेनरेटर एवं कल कारखाने हैं। इस वजह से वायुमंडल में सस्पेंडेट पार्टकिल, नाइटिक आक्साइड, सल्फर डाई आक्साइड एवं कार्बन डाईआक्साइड की बढ़ती जा रही है। मार्निग वाक पर जाने वाले एवं खेलने वाले बच्चे जो तेजी से सांस लेते हैं, प्रदूषण के शिकार होकर सांस के रोगी बन रहे हैं।

अब आटोमैटिक एयर क्वालिटी मानीटरिंग सिस्टम से वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जाएगा। शहर के व्यस्ततम ट्रैफिक क्षेत्रों और इंडस्ट्रियल एरिया से सटी बस्तियों को इसके लिए चुना गया है।

Ludhiana and Kanpur are among the 10 most polluted cities in the world, says the World Health Organisation.

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