प्लास्टिक का इस्तेमाल हम रोजमर्रा के कामों में धड़ल्ले से करते आए हैं। प्लास्टिक के अंधाधुंध इस्तेमाल से आज पर्यावरण खतरे में है। दुनिया भर में हर साल लाखों टन प्लास्टिक का उत्पादन होता है। इसमें सिर्फ 9 फीसदी ही रिसायकल होती है। 12 फीसदी जला दी जाती है और ये हमारी हवा को ज़हरीला बनाती है जबकि unnasi (79) फीसदी इधर उधर बिखर कर हमारे पर्यावरण को दूषित करती है। प्लास्टिक ने जीवन को सुगम बनाया है, लेकिन पर्यावरण के लिए खतरा भी पैदा किया है। इसका सबसे बुरा प्रभाव समुद्री जीव-जंतुओं पर पड़ रहा है। अगर प्लास्टिक का सही से निपटारा नहीं किया गया तो 2050 तक हमारे आसपास 1 अरब 20 करोड़ टन प्लास्टिक क