The Chennai water crisis has become even more crucial after the water sources are declining and taking the turn for the worse. Watch News today with Rajdeep Sardesai, a debate with various opinions to the reason for the crisis.
हर घर में नल से जल और चुनौतियां दुनिया भर में जल संकट गहराता जा रहा है औऱ देश में हालात अच्छे नही हैं. देश में करीब 60 करोड़ लोग ऐसे इलाकों में रहते है जहां पानी का संकट गहराता जा रहा है.. नीति आय़ोग के आकड़ें बताते हैं कि 2020 तक देश के 21 शहरों में ग्राउंड वॉटर खत्म हो सकता है...वहीं 2030 तक देश में पानी की मांग दोगुनी हो जायेगी औऱ देश की 40 फीसदी जनसंख्या को पीने का पानी मिलना मुश्किल होगा....
जीवन के लिए पंचतत्वों को आधार माना गया है। उनमें से एक तत्व पानी भी है। जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती । अगर जल न होता तो सृष्टि का निर्माण भी संभव नही होता। जल का महत्व इस बात से भी समझा जा सकता है कि दुनिया की बड़ी-बड़ी सभ्यताएं नदियों के किनारे ही विकसित हुई और प्राचीन नगर नदियों के तट पर ही बसे। लेकिन आज विकास की अंधी दौड़ में प्राकृतिक संसाधनों का कोई मोल नहीं रह गया है। विलासिता की आड़ में मनुष्य ने जल का इतना दोहन कर लिया है कि आज दुनिया की आधी आबादी को पीने का स्वच्छ पानी तक मुहैया नहीं है। भारत भी इससे अछूता नहीं है और तमाम रिपोर्ट इस बात को मजबूती से दोहरा रही हैं कि
India is facing a perfect storm in managing water. There is a report that says India's underground water tables are disappearing fast. WION brings you this story
In this Short Film we did show that, "how the quantity of water decreases by time if we do not stop global warming". The cost of water will increase if quantity will decrease. One day no one will get the water! Not even in exchange of money!
प्यासी दिल्ली, सरकार खामोश, इस मुद्दे पर बात करने के लिए आईबीएन7 के साथ दिल्ली से मौजूद हैं आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सोमनाथ भारती, कांग्रेस की प्रवक्ता अमृता धवन, स्टूडियो में मौजूद हैं बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय, और सेंटर फॉर साइंड एंड एनवायरनमेंट यानी सीएसई की वॉटर टीम के प्रमुख सुरेश रोहिला।